धूम्रपान जानलेवा है, यह बात जानते हुए भी लोगों को इस नशे की लत लग जाती है। आजकल तो रास्ते पर स्कूल व कॉलेज जाने वाले बच्चे भी सिगरेट का कश लगाते हुए नजर आते हैं। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि हर साल धूम्रपान (Smoke Meaning in Hindi) के कारण लगभग 80 लाख लोगों की समय से पहले मौत हो जाती है1।
ऐसे कई लोग हैं, जो धूम्रपान सिर्फ यह सोचकर नहीं छोड़ते हैं कि अब बहुत देर हो चुकी है और इसका कोई खास फायदा नहीं होगा लेकिन विशेषज्ञों का मानना कुछ और ही है। जी हाँ, कुछ शोधों में यह बताया गया है कि व्यक्ति किसी भी उम्र में धूम्रपान (Dhumrapan) छोड़ सकता है और इसे छोड़ते ही शारीरिक फायदे अपने आप नजर आने लगते हैं।
वहीं दूसरी तरफ, जर्नल एनईजेएम एविडेंस में प्रकाशित हुई एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इसके मुताबिक 40 की उम्र से पहले धूम्रपान छोड़ने वालों के जीवित रहने की संभावना करीब-करीब उन लोगों जितनी ही होती है, जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया है।
हर साल भारत में 1.2 मिलियन लोगों की जान लेता है धूम्रपान
रिसर्च की मानें तो धूम्रपान और सेकेंड हैंड धुएं के संपर्क में आने से हर साल लगभग 1.2 मिलियन भारतीयों की मौत हो जाती है। बीड़ी और सिगरेट पीने वाले लोग, धूम्रपान न करने वालों की तुलना में 6 से 10 साल पहले मर जाते हैं। इतना ही नहीं, भारत में 27% कैंसर के मामले तम्बाकू के उपयोग के कारण होते हैं2।
धूम्रपान को लेकर तकरीबन 15 लाख लोगों पर किया गया था सर्वे
इस अध्ययन में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और नॉर्वे के 1.48 मिलियन यानी कि तकरीबन 15 लाख लोगों को शामिल किया गया था। इन लोगों पर 15 वर्षों तक नज़र रखी गई थी। अध्ययन में यह पाया गया कि 40 से 79 वर्ष की आयु के बीच धूम्रपान (Smoke Meaning in Hindi) करने वाली महिलाओं और पुरुषों की जीवित रहने की दर, धूम्रपान न करने वालों की तुलना में क्रमशः 12 और 13 वर्ष कम थी2।
इस शोध में यह भी बताया गया है कि जिस भी उम्र में धूम्रपान छोड़ा जाये, उससे व्यक्ति के जीवित रहने की संभावना बढ़ जाती है, विशेष रूप से 40 वर्ष की आयु से पहले। 3 साल से कम समय में धूम्रपान बंद करने से सभी उम्र के लोगों की उम्र 5 साल तक बढ़ सकती है। वहीं, 10 या अधिक वर्षों के लिए धूम्रपान बंद करने से लगभग 10 साल के जीवन के नुकसान को रोका जा सकता है2।
धूम्रपान छोड़ने के लिए अपनाएं ये उपाय
जो लोग धूम्रपान छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं, वे निम्नलिखित टिप्स अपना सकते हैं-
इच्छाशक्ति को मजबूत करें- सिर्फ धूम्रपान ही नहीं बल्कि किसी भी नशे की लत को छोड़ने के लिए इच्छाशक्ति का मजबूत होना बेहद आवश्यक है। इस बारे में देहरादून के वरिष्ठ जनरल फिजिशयन, डॉ. अजीत गैरोला बताते हैं कि धूम्रपान या तंबाकू छोड़ने के लिए इच्छाशक्ति का होना सबसे ज्यादा आवश्यक है, बिना इसके नशे की लत छोड़ी नहीं जा सकती5।
धूम्रपान छोड़ने का दिन चुनें- अगर आपने धूम्रपान छोड़ने का मन बना लिया है, तो अगले सात दिनों के भीतर एक तारीख चुन लें, जिन दिन से आप तंबाकू उत्पादों का उपयोग बंद या कम करना शुरू कर देंगे।
धूम्रपान छोड़ने का तरीका चुनें- जिन्हें धूम्रपान (Smoke Meaning in Hindi) की लत लग चुकी है, उनके लिए 1 दिन में इसे छोड़ना लगभग नामुमकिन है। जब ऐसे लोग धूम्रपान छोड़ने का मन बनाते हैं, तो उनके लिए सही तरीके को चुनना बहुत ज्यादा जरूरी है। आप सिगरेट एक दिन में छोड़ना चाहते हैं या धीरे-धीरे, इसका फैसला आपको लेना है। उदाहरण के तौर पर अगर आप 1 दिन में 15 सिरगेट पीते हैं, तो उसे कम करके 10 कर दें और फिर धीरे-धीरे इसे पूरी तरह बंद कर दें। आप चाहें तो एक बार में भी सिगरेट पीना छोड़ सकते हैं।
अपना ध्यान कहीं और लगाएं- ऐसा हो सकता है कि आपको सिगरेट पीने की इच्छा फिर से करे। ऐसे में जरूरी है कि आप अपना ध्यान भटकाने की कोशिश करें। उन लोगों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं जो सिगरेट नहीं पीते या जो आपके नशा छोड़ने की कोशिश के में बारे में जानते हैं। काम पर ज्यादा फोकस करें। दोस्तों के साथ फिल्म या लंबी राइड पर जाएं। आप चाहें तो जिम भी ज्वाइन कर सकते हैं।
सिगरेट से संबंधित चीजों को दूर कर दें- अपने घर, कार्यालय और कार में मौजूद सिगरेट, माचिस, लाइटर, ऐशट्रे और अन्य तंबाकू से संबंधित चीजों को हटा दें।
खानपान पर ध्यान दें- जिस दिन से आप सिगरेट का सेवन कम या बंद करना शुरू देते हैं, उसी दिन से अपने खानपान पर और ज्यादा ध्यान देना शुरू करें। हेल्दी ब्रेकफास्ट लें, फल और हरी सब्जियां ज्यादा खाएं, नट्स का सेवन करें, इससे आपको अपने आप में अच्छा महसूस होगा।
निष्कर्ष (Conclusion)
इससे पहले कि धूम्रपान (Smoke Meaning in Hindi) आपको कंट्रोल करने लगे, बेहतर यही है कि आप अपनी इस आदत को कंट्रोल कर लें। जो आदत जानलेवा साबित हो सकती है, उसे छोड़ देना ही बेहतर है। अगर ये काम आप स्वयं नहीं कर पा रहे हैं, तो किसी एक्सपर्ट की मदद जरूर लें या चिकित्सक से संपर्क करें। उनकी मदद से धूम्रपान को छोड़ना आपके लिए और ज्यादा आसान हो सकता है।
FAQ
धूम्रपान से कौन सी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं?
धूम्रपान शरीर के हर अंग के लिए खतरा बन सकता है। इससे हृदय रोग, अस्थमा, सीओपीडी, फेफड़े का कैंसर व अन्य कई जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं।
धूम्रपान से कौन-कौन सा कैंसर हो सकता है?
धूम्रपान शरीर के किसी भी हिस्से में कैंसर का कारण बन सकता है, जिनमें शामिल है- मूत्राशय, ब्लड, बच्चेदानी का मुँह, मलाशय (कोलोरेक्टल), फेफड़े, किडनी और मूत्रवाहिनी, गला, पेट आदि।
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