Migraine Meaning in Hindi- क्या खाएं और क्या न खाएं?

 

Migraine Meaning in Hindi

माइग्रेन (Migraine Meaning in Hindi) एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है, जिससे 10 में से एक व्यक्ति प्रभावित होता है। महिलाओं में यह परेशानी ज्यादा देखी जाती है। एक अध्ययन की मानें तो पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इस बीमारी का खतरा 3 गुणा अधिक होता है।

माइग्रेन रोग क्या है?

माइग्रेन एक चिकित्सीय स्थिति है, जो गंभीर सिरदर्द का कारण बनती है। इसके अन्य लक्षणों में मतली, हल्की घबराहट और चक्कर आना शामिल हैं। माइग्रेन  (Migraine Meaning in Hindi) का एक एपिसोड आमतौर पर चरणों में होता है और कई दिनों तक चल सकता है। इसके गंभीर मामले किसी व्यक्ति के दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकते हैं, जिसमें वो अपने रोजाना के काम ठीक से नहीं कर पाता है।

माइग्रेन लोगों को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित कर सकता है और इसके ट्रिगर फैक्टर्स, गंभीरता और लक्षण हर लोगों में अलग हो सकते हैं। कुछ लोगों को प्रत्येक सप्ताह एक से अधिक एपिसोड का सामना करना पड़ता है, जबकि अन्य को कभी-कभी इस तकलीफ से गुजरना पड़ता है। 

माइग्रेन  (Migraine Meaning in Hindi) के प्रकार

इस बारे में  डॉक्टर निलेश गुप्ता बताते हैं कि माइग्रेन में होने वाला सिरदर्द 2 प्रकार का होता है- प्राइमरी और सेकेंडरी। जब बिना किसी कारण के सिर में दर्द होने लगे, तो इसे प्राइमरी सिरदर्द कहते हैं। वहीं जब संक्रमण, ट्यूमर या अन्य किसी कारण से व्यक्ति के सिर में तेज दर्द होने लगे, तो इसे सेकेंडरी सिरदर्द कहा जाता है।

माइग्रेन (Migraine Meaning in Hindi) के लक्षण 

हर व्यक्ति में माइग्रेन के अलग-अलग लक्षण नजर आते हैं, जो कि इस प्रकार से हैं - 

  • सिर के एक तरफ बहुत ज्यादा दर्द होना
  • ठंड लगना
  • चक्कर आना
  • जी मिचलाना
  • उल्टी
  • दस्त
  • प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता
  • धुंधली दृष्टि
  • घबराहट
ये लक्षण किसी व्यक्ति को एक दिन या किसी को कई दिनों कर परेशान कर सकते हैं। ऐसी अवस्था में डॉक्टर से संपर्क करना और इलाज कराना तो जरूरी है ही, साथ ही साथ खाने-पीने का ख्याल रखना भी आवश्यक है। कई बार खाने की चीजें माइग्रेन से राहत दिला सकती हैं या फिर इसके दर्द को बढ़ा सकती हैं। इसीलिए, इस बीमारी से पीड़ित लोगों को यह पता होना चाहिये कि उन्हें क्या खाना चाहिये और क्या नहीं?

माइग्रेन (Migraine Meaning in Hindi) में क्या खाना चाहिये?

अगर आप माइग्रेन की चपेट में हैं, तो आपको अपने खानपान का विशेष ख्याल रखने की जरूरत होती है। स्वास्थ्यवर्धक आहार खाने से माइग्रेन के एपिसोड्स को रोकने में मदद मिल सकती है। एक स्वस्थ आहार में जब भी संभव हो हमेशा ताजा भोजन ही लें, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम वसा वाले प्रोटीन शामिल होने चाहिये। इसके अलावा डाइट में निम्नलिखित चीजों को जरूर शामिल करें-

1) मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ

सीमित अध्ययनों से पता चलता है कि मैग्नीशियम माइग्रेन (Migraine Meaning in Hindi) की आवृत्ति और गंभीरता को रोकने में मदद कर सकता है। मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों में केल, पालक जैसी हरी पत्तेदार सब्जियाँ, बादाम व काजू जैसे नट्स एवं ब्लैक बीन्स शामिल होने चाहिये।

2) ओमेगा -3 फैटी एसिड

ओमेगा-3 फैटी एसिड संतुलित आहार का एक अहम हिस्सा है। इसके पर्याप्त सेवन से माइग्रेन के एपिसोड्स और होने वाले सिरदर्द की गंभीरता को कम किया जा सकता है।  ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों में शामिल हैं, तैलीय मछलियाँ जैसे सैल्मन और मैकेरल। इसके अलावा चिया बीज, अखरोट, सोयाबीन, ओमेगा-3 फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ, जैसे अंडा, दूध आदि का सेवन करें।

3) हेल्दी फैट्स

माइग्रेन (Migraine Meaning in Hindi) से पीड़ित लोगों को मोनोअनसैचुरेटेड फैट का सेवन जरूर करना चाहिये। इससे शरीर में सूजन को कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए वसायुक्त मछली, एवोकाडो, कैनोला तेल, जैतून का तेल, अखरोट का तेल आदि का सेवन किया जा सकता है। 

माइग्रेन (Migraine Meaning in Hindi) में क्या न खाएं? 

  • शराब और कम अल्कोहल वाली बियर एवं वाइन से परहेज करें
  • सभी प्रकार के पनीर से बचें
  • क्रीम चीज़ न खाएं
  • सभी प्रकार के चॉकलेट जैसे चॉकलेट चिप्स, हॉट चॉकलेट आदि का सेवन न करें
  • कॉफी और चाय व अन्य कैफीन युक्त चीजों से दूर रहें। डिकैफिनेटेड चाय और कॉफी का सेवन किया जा सकता है।
  • खट्टे फल और उनके रस, जैसे संतरा, अंगूर, नींबू न खाएं
  • किशमिश, अंजीर, खजूर, अनानास, एवोकाडो, आलूबुखारा, केला, आदि चीजों का सेवन न करें
  • बहुत ठंडे खाद्य पदार्थ, जैसे आइसक्रीम और बर्फ से भी दूर रहें

इन खाने की चीजों से माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है, इसीलिए इस मामले में सावधानी बरतें। 

इन सबके अलावा माइग्रेन (Migraine Meaning in Hindi) से राहत पाने के लिए निम्नलिखित टिप्स भी जरूर फॉलो करें-

1) हाइड्रेटेड रहें

माइग्रेन (Migraine Meaning in Hindi) में हाइड्रेशन का विशेष ख्याल रखें। ऐसे में सोडा या कॉफी की जगह पूरे दिन पानी पियें।


2) शारीरिक गतिविधियां करें 

हर रोज एक्सरसाइज, योगा, प्राणायाम या मेडिटेशन जरूर करें। शारीरिक रूप से सक्रिय रहना बेहद जरूरी है। प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट शारीरिक गतिविधियों के लिए जरूर निकालें। इससे माइग्रेन के लक्षणों से राहत पाने में मदद मिलती है।


3) वजन को कंट्रोल रखें

अधिक वजन या मोटापा भी माइग्रेन  (Migraine Meaning in Hindi) के लक्षणों को गंभीर बना सकता है। इसीलिए सही खानपान और नियमित एक्सरसाइज से अपने वजन को नियंत्रित रखें।


4) पर्याप्त नींद लें

नींद पूरी नहीं होने से माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है। इसीलिए, माइग्रेन के मरीजों को ज्यादा देर तक जागना नहीं चाहिये। उनके लिए समय पर सोना और उठना जरूरी है। बेहतर यही होगा कि अपने लिए सोने का एक समय निर्धारित कर लें और उस समय को फॉलो करें।


5) ज्यादा देर भूखा न रहें

माइग्रेन  (Migraine Meaning in Hindi) में जिस तरह खानपान का ख्याल रखना चाहिये, ठीक वैसे ही खाने के समय का ध्यान रखना भी जरूरी है। कभी भी खाना स्किप न करें। समय पर खाएं। कोशिश करें कि हर थोड़ी-थोड़ी देर में खाते रहें। घर का बना खाना खाएं और बाहर के जंक फूड्स से परहेज करें। 


निष्कर्ष (conclusion)

माइग्रेन  (Migraine Meaning in Hindi)  में दवाइयों से ज्यादा जरूरी है सेल्फ केयर। अगर उपर बतायी गयी बातों पर अमल कर लिया जाये, तो इस बीमारी के लक्षण कभी भी आपको परेशान नहीं करेंगे। 


Reference

1) Queensland Government, Migraine Headache Available atAvailable at:   (Accessed: 7 february 2024)

2) Moawad, H., 2021. Medical News Today., Migraine: Causes, treatment, types, and symptoms (no date) MediLexicon International. Available at: (Accessed: 7 February 2024)

3) Gupta, N., 2023. माइग्रेन क्या होता है और जानें इसके लक्षण (2023). Available at:  (Accessed: 11 September 2023).

4) Fernando, I., 2023. Foods for migraine: Prevention, triggers, and relief, Medical News Today. MediLexicon International. Available at:  (Accessed: 7 February 2024).

5) NHS, 2023. Dietary Advice for Migraine Available at:   (Accessed: 7 February 2024).



FAQ

  क्या महिलाओं में माइग्रेन के मामले ज्यादा देखे जाते हैं?  
   

महिलाओं में माइग्रेन की समस्या ज्यादा देखी जाती है। एक अध्ययन की मानें तो पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इस बीमारी का खतरा 3 गुणा अधिक होता है।

 
  माइग्रेन के लक्षण क्या हैं?  
   

सिर के एक तरफ बहुज ज्यादा दर्द होना, ठंड लगना, चक्कर आना, जी मिचलाना, उल्टी, दस्त, प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता, धुंधली दृष्टि, घबराहट आदि माइग्रेन के लक्षण हैं।

 

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